टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है? (सरल हिंदी में समझिए),


 जब कोई व्यक्ति शेयर बाजार, क्रिप्टोकरेंसी या किसी भी प्रकार के ट्रेडिंग बाजार में आता है, तो उसे दो शब्द सबसे पहले सुनने को मिलते हैं – टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस। इन दोनों में से टेक्निकल एनालिसिस का मतलब होता है – चार्ट को देखकर भविष्य के दाम का अंदाजा लगाना यानी आप किसी स्टॉक, कॉइन या करेंसी का प्राइस चार्ट खोलकर यह समझने की कोशिश करते हैं कि आगे इसका दाम बढ़ेगा या गिरेगा।

अब सवाल यह आता है कि जब हम चार्ट देखते हैं, तो उसमें ऐसा क्या होता है जिससे हम यह अंदाजा लगा सकते हैं कि प्राइस ऊपर जाएगा या नीचे? यही समझने के लिए हमें टेक्निकल एनालिसिस की ज़रूरत पड़ती है।

सबसे पहले समझते हैं कि चार्ट क्या होता है। जब आप किसी शेयर या कॉइन का चार्ट खोलते हैं, तो उसमें आपको समय के अनुसार उसकी कीमत की मूवमेंट दिखाई देती है। जैसे कि पिछले 1 घंटे में उसका दाम कैसे बदला, पिछले 1 दिन में क्या हुआ, 1 महीने में क्या ट्रेंड था, और सालभर में कैसा प्रदर्शन रहा। ये सभी चीजें आपको एक लाइन या कैंडल के रूप में दिखाई देती हैं।

टेक्निकल एनालिसिस इसी चार्ट को देखकर किया जाता है। आप यह देखते हैं कि प्राइस ऊपर जा रहा है या नीचे, उसमें कोई खास पैटर्न बन रहा है या नहीं, वॉल्यूम कितना है यानी कितने लोगों ने खरीदा या बेचा, और किसी खास लेवल पर प्राइस रुकता है या फटाफट मूव करता है।

MAKE MONEY ONLINE

अब आप सोचेंगे कि इसमें फायदा क्या है? दरअसल, मार्केट में प्राइस बार-बार कुछ खास तरीकों से ही मूव करता है। जैसे ही प्राइस एक खास लेवल को छूता है, वो या तो ऊपर की ओर निकल जाता है, या वहीं से नीचे की ओर मुड़ जाता है। इन लेवल्स को सपोर्ट और रेजिस्टेंस कहा जाता है। सपोर्ट वो जगह होती है जहाँ प्राइस नीचे जाने से रुकता है, और रेजिस्टेंस वो जगह होती है जहाँ ऊपर जाने से रुकता है।

टेक्निकल एनालिसिस का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा होता है कैंडलस्टिक पैटर्न। हर एक "कैंडल" एक समय सीमा में हुए प्राइस मूवमेंट को दिखाती है। जैसे, अगर आपने 5 मिनट का चार्ट खोला है, तो हर कैंडल 5 मिनट की कीमत को दिखाएगी – उसने कितने पर ओपन किया, कितना ऊपर गया, कितना नीचे आया और कहाँ बंद हुआ। इसी जानकारी से कई तरह के पैटर्न बनते हैं जैसे डोजी, बुलिश एंगलफिंग, बियरिश एंगलफिंग, हैमर, शूटिंग स्टार इत्यादि।

MAKE MONEY ONLINE

अब बात करते हैं कि एक नया ट्रेडर टेक्निकल एनालिसिस कैसे सीख सकता है। सबसे पहले आपको चाहिए कि आप रोज प्रैक्टिस करें। एक मुफ्त ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जैसे TradingView पर जाएं, और कोई भी स्टॉक या क्रिप्टो का चार्ट खोलें। फिर टाइम फ्रेम चुनें, जैसे 5 मिनट, 15 मिनट, 1 घंटा या 1 दिन। अब उस चार्ट को ध्यान से देखें कि प्राइस कैसे ऊपर-नीचे गया, कहाँ ज्यादा ट्रैफिक (वॉल्यूम) था, कहाँ पर कैंडल ने खास पैटर्न बनाए।

इसके बाद आप धीरे-धीरे Indicators का उपयोग सीख सकते हैं। इंडिकेटर्स ऐसे टूल होते हैं जो आपको और साफ़ तस्वीर दिखाते हैं। जैसे की Moving Average, RSI (Relative Strength Index), MACD (Moving Average Convergence Divergence), Bollinger Bands इत्यादि। शुरुआत में आप सिर्फ दो चीज़ों पर फोकस करें – Moving Average और RSI। ये दो चीजें बहुत ही सिंपल और प्रभावशाली होती हैं।

Moving Average एक लाइन होती है जो यह दिखाती है कि पिछले कुछ समय में प्राइस का औसत क्या था। इससे आप यह समझ सकते हैं कि ट्रेंड ऊपर है या नीचे। RSI यह बताता है कि कोई स्टॉक ओवरबॉट है या ओवरसोल्ड। यानी कहीं ऐसा तो नहीं कि प्राइस बहुत ऊपर चला गया है और अब गिर सकता है, या फिर बहुत नीचे गिर गया है और अब ऊपर जा सकता है।

टेक्निकल एनालिसिस में सबसे जरूरी बात होती है – डिसिप्लिन। क्योंकि ये एनालिसिस 100% सही नहीं होता, लेकिन यह आपको सही समय पर एंट्री और एग्ज़िट करने में मदद करता है। मान लीजिए आपने देखा कि कोई स्टॉक रेजिस्टेंस को तोड़ चुका है, और अब ऊपर जाने की संभावना है। ऐसे में आप एक छोटी सी ट्रेड कर सकते हैं, और अपना स्टॉपलॉस लगा सकते हैं ताकि नुकसान होने पर बड़ा नुकसान ना हो।

टेक्निकल एनालिसिस सीखने के लिए किताबें, यूट्यूब वीडियो और ऑनलाइन कोर्सेज बहुत मदद करते हैं। लेकिन असली सीख तब आती है जब आप रोजाना चार्ट देखते हैं और खुद से सवाल पूछते हैं – “ये कैंडल क्यों बनी?”, “यहाँ पर वॉल्यूम ज्यादा क्यों है?”, “क्या प्राइस यहाँ से ऊपर जाएगा?”। जब आप रोजाना यह अभ्यास करेंगे, तो आपकी आंखें पैटर्न पहचानने लगेंगी।

शुरुआत में गलती होना बहुत ही सामान्य बात है। लेकिन टेक्निकल एनालिसिस एक ऐसी स्किल है जो समय के साथ सुधरती जाती है। एक समय ऐसा आएगा जब आप सिर्फ चार्ट देखकर यह समझ जाएंगे कि क्या हो सकता है – और यही स्किल एक सफल ट्रेडर को दूसरों से अलग बनाती है।

MAKE MONEY ONLINE

अगर आप चाहें, तो टेक्निकल एनालिसिस को डेमो अकाउंट पर प्रैक्टिस करें। इससे आपका पैसा नहीं लगेगा, लेकिन आपको अनुभव जरूर मिलेगा। जब आपको आत्मविश्वास हो जाए, तभी असली पैसे से ट्रेड करें।

अंत में, टेक्निकल एनालिसिस कोई जादू नहीं है। यह एक कला और विज्ञान का मिश्रण है, जिसमें लगातार सीखना, अभ्यास करना और खुद की गलतियों से सीखना जरूरी होता है। अगर आप इसे सही तरीके से सीखते हैं और भावनाओं को काबू में रखते हैं, तो यह आपको बाजार में अच्छा फायदा दे सकता है।

                            DIGITAL FINANCE MAKE EASY MONEY ONLINE 

Post a Comment

और नया पुराने